Electric Scooter : अब महंगे पेट्रोल की चिंता छोड़िए और अपनी जेब पर भारी न पड़ने वाला इलेक्ट्रिक स्कूटर लीजिए, जिसकी कीमत मात्र ₹19,000 है और जो एक बार चार्ज पर 250 किलोमीटर तक चल सकता है! हां, आपने सही पढ़ा – यह Electric Scooter मार्केट में तहलका मचाए हुए है, क्योंकि न इसमें लाइसेंस की झंझट है और न ही RTO टैक्स देना है। आइए जानते हैं इस सस्ते Electric Scooter की पूरी कहानी, इसके फीचर्स, परफॉर्मेंस और कानूनी नियम क्या कहते हैं।
सस्ते Electric Scooter का जलवा – क्या है इसमें खास?
भारत में Electric Scooter का मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, और इसकी सबसे बड़ी वजह है – बढ़ती पेट्रोल कीमतें, शहरों की भीड़ और लोगों की जागरूकता जो अब पर्यावरण के बारे में सोच रही है। ऐसे में ₹19,000 वाला ये Electric Scooter गेम चेंजर बन चुका है। इसमें आपको मिलती है ब्रशलेस डीसी मोटर, लिथियम आयन बैटरी और दावा किया जा रहा है कि इसकी रेंज 250 किलोमीटर तक की है। इस रेंज को सुनते ही गाँव-देहात से लेकर छोटे शहरों तक हर कोई इसे लेने के लिए तैयार बैठा है।
Electric Scooter के फीचर्स – सस्ते में दमदार तकनीक
₹19,000 वाले इस Electric Scooter में दिखने को मिलता है हब-माउंटेड मोटर जो सीधे पहिये में लगी होती है, जिससे गाड़ी की बनावट साधारण और टिकाऊ रहती है। इसमें लगे लिथियम आयन बैटरी पैक को आप घर के अंदर भी चार्ज कर सकते हैं, क्योंकि यह रिमूवेबल (निकालने योग्य) होता है। चार्जिंग के दौरान यह स्मार्ट बैटरी सिस्टम ओवरचार्जिंग से बचाता है और बैटरी की उम्र को लंबा बनाता है।
Electric Scooter की यह सस्ती वैरायटी अक्सर 250 वॉट की मोटर के साथ आती है और इसकी टॉप स्पीड 25 किमी/घंटा तक होती है। इस कारण भारत में इसे चलाने के लिए ना तो ड्राइविंग लाइसेंस चाहिए और ना ही गाड़ी को RTO में रजिस्टर कराना पड़ता है।
क्या वाकई 250 KM की रेंज सच है? जानिए सच्चाई
अब बात करते हैं Electric Scooter की रेंज की। कंपनियां जो 250 KM रेंज का दावा कर रही हैं, वो आदर्श परिस्थितियों (ideal conditions) पर आधारित होती है। यानी एक राइडर, एक सामान वजन, सीधी सड़कें और न ज्यादा ब्रेक न ज्यादा एक्सीलरेशन – इन सबके साथ टेस्टिंग की जाती है। लेकिन अगर आप रोज़ाना गांव की टूटी-फूटी सड़कों या शहर की भीड़-भाड़ में इस स्कूटर को चलाते हैं, तो असली रेंज 150-180 किलोमीटर के आसपास आ सकती है। फिर भी इस कीमत पर यह रेंज कमाल की मानी जाएगी।
Electric Scooter चलाने के नियम-कायदे – जानिए क्या है सही?
अगर आप भी Electric Scooter खरीदने की सोच रहे हैं, तो जान लीजिए – भारत में मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार अगर कोई Electric Scooter 250 वॉट से कम की मोटर और 25 किमी/घंटा से कम की स्पीड वाला है, तो न उसे ड्राइविंग लाइसेंस की ज़रूरत है और न ही पंजीकरण की। लेकिन अगर मोटर की ताकत या रफ्तार इससे ज्यादा है, तो आपको सभी दस्तावेज और लाइसेंस चाहिए होंगे, जैसे सामान्य मोटरसाइकिल में लगता है।
इसलिए ₹19,000 वाला यह Electric Scooter, जो सभी नियमों को पूरा करता है, देशभर के स्टूडेंट्स, महिलाएं, छोटे दुकानदार और ग्रामीण इलाकों के लोग तेजी से अपना रहे हैं।
सुरक्षा और रखरखाव – सस्ते के चक्कर में खतरा न मोल लें
Electric Scooter की कीमत भले ही कम हो, लेकिन सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाना चाहिए। एक अच्छा बजट Electric Scooter होना चाहिए जिसमें मजबूत ब्रेकिंग सिस्टम, टिकाऊ टायर, अच्छी लाइट्स और बैटरी सेफ्टी सिस्टम हो। साथ ही, बैटरी को चार्ज करते वक्त ध्यान रखें कि वह फुली सर्टिफाइड हो और ब्रांडेड कंपनी की हो।
जैसा कि देखा गया है, कुछ सस्ते लोकल ब्रांड्स की बैटरियों में ओवरहीटिंग और आग लगने जैसे हादसे हो चुके हैं। इसलिए सस्ते का मतलब खराब क्वालिटी नहीं होना चाहिए।
बाजार में बदलता ट्रेंड – भविष्य पूरी तरह Electric का है
Electric Scooter की दुनिया दिन-ब-दिन बदल रही है। अब सस्ते स्कूटर में भी स्मार्ट फीचर्स आ रहे हैं – जैसे मोबाइल से कनेक्ट करने का ऑप्शन, जीपीएस ट्रैकिंग, बैटरी स्टेटस मॉनिटरिंग वगैरह। आने वाले वक्त में बैटरी की टेक्नोलॉजी और बेहतर होगी, जिससे इन स्कूटर की रेंज और भी ज्यादा हो जाएगी और चार्जिंग का समय भी घटेगा।
सरकार भी Electric Scooter को बढ़ावा दे रही है – FAME II जैसी योजनाएं, राज्य सरकारों की सब्सिडी और चार्जिंग स्टेशन नेटवर्क इन स्कूटर्स को चलाने में सहूलियत दे रहे हैं।
भइया, बात साफ है – ₹19,000 में अगर आपको एक ऐसा Electric Scooter मिल रहा है जो 250 KM तक चल सके, वो भी बिना लाइसेंस और टैक्स के झंझट के, तो इससे बेहतर सौदा फिलहाल मार्केट में नहीं मिलेगा। लेकिन साथ ही, आंख बंद करके कोई भी मॉडल मत खरीदिए – थोड़ा रिसर्च कीजिए, सही ब्रांड चुनिए और देखिए कि आपके गांव-कस्बे में सर्विस सेंटर है या नहीं। क्योंकि सस्ती सवारी तो हर कोई चाहता है, लेकिन समझदारी वही करता है जो लंबी रेस की सोचता है।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। लेखक या प्रकाशक गलत जानकारी या नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।