Car Accidents 2024 Ranking : सड़क पर गाड़ी चलाते वक्त एक छोटी सी चूक भी ज़िंदगी और मौत का फर्क ला सकती है। 2024 की रिपोर्ट देखकर रोंगटे खड़े हो जाएंगे, क्योंकि इसमें बताया गया है कि किस देश में सबसे ज़्यादा कार दुर्घटनाएं हुईं और भारत की क्या स्थिति रही।
Car Accidents 2024 Ranking
World Population Review की ताज़ा रिपोर्ट ने साल 2024 में हुए car accidents की एक डरावनी तस्वीर सामने रखी है। यह रिपोर्ट दुनिया के उन देशों को दिखाती है जहां सड़क सुरक्षा को लेकर हालात सबसे ज़्यादा चिंताजनक हैं। अमेरिका से लेकर जापान और जर्मनी तक, विकसित देशों की लिस्ट में car accidents का ग्राफ हैरान कर देने वाला है। दिलचस्प बात ये है कि भारत, जो दुनिया का सबसे बड़ा वाहन बाजार है, इस लिस्ट में शामिल ही नहीं है।
अमेरिका
Car accidents की बात हो और अमेरिका का नाम न आए, ऐसा हो नहीं सकता। साल 2024 में अमेरिका में लगभग 19 लाख से ज्यादा car accidents दर्ज किए गए। इनमें से करीब 36,000 लोगों की जान चली गई और 27 लाख से ज्यादा लोग घायल हो गए। मतलब ये कि अमेरिका में हर घंटे सैकड़ों सड़क हादसे होते हैं। इसके बावजूद वहां के लोग नियमों को हल्के में लेते हैं, जो बड़ा कारण बनता है।
जापान
जापान को हम तकनीकी और अनुशासन का प्रतीक मानते हैं, लेकिन सड़क सुरक्षा के मामले में ये तस्वीर थोड़ी अलग है। साल 2024 में जापान में 5.4 लाख car accidents हुए। हैरानी की बात ये है कि यहां का ड्राइविंग कल्चर काफी सावधान माना जाता है, फिर भी हादसों की तादाद काफी ज्यादा रही।
जर्मनी
जर्मनी की सड़कें और तेज रफ्तार वाली ऑटोबान दुनियाभर में मशहूर हैं। लेकिन इन सड़कों की रफ्तार ने 2024 में 3 लाख से ज्यादा car accidents करवाए, जिनमें करीब 3,000 लोगों की जान गई। यानी तकनीक और रफ्तार के मेल से सुरक्षा नहीं मिलती, जब तक इंसानी गलती शामिल रहे।
तुर्की, इटली और यूनाइटेड किंगडम भी पीछे नहीं
तुर्की में 1.75 लाख, इटली में 1.72 लाख और यूनाइटेड किंगडम में 1.23 लाख car accidents रिपोर्ट हुए। इन देशों में खराब सड़कें, ट्रैफिक नियमों की अनदेखी, नशे में गाड़ी चलाना और मोबाइल का इस्तेमाल बड़े कारण रहे। खासकर तुर्की में ओवरस्पीडिंग और इटली में ड्रिंक एंड ड्राइव ने कई जिंदगियां निगल लीं।
कनाडा, स्पेन, फ्रांस और बेल्जियम में भी भयावह हालात
2024 में कनाडा में 1.06 लाख, स्पेन में 1.04 लाख, फ्रांस में 56,000 और बेल्जियम में 37,699 car accidents हुए। इनमें बर्फीले मौसम, धुंध, लापरवाह ड्राइविंग और रात के समय गाड़ी चलाने जैसे कारण प्रमुख रहे। फ्रांस में भले ही हादसे कम रहे हों, लेकिन मृत्यु दर ने सभी को चौंका दिया।
भारत क्यों नहीं है इस लिस्ट में?
अब सबसे बड़ा सवाल – भारत की क्या स्थिति है? भारत में हर साल लगभग 1.5 लाख लोगों की मौत सड़क हादसों में होती है। लेकिन फिर भी World Population Review की इस टॉप 10 लिस्ट में भारत का नाम नहीं है। इसका मतलब ये नहीं कि भारत में हालात बेहतर हैं, बल्कि यहां रिपोर्टिंग का सिस्टम कई बार पूरी तस्वीर नहीं दिखा पाता। ग्रामीण इलाकों में तो कई हादसे तो दर्ज ही नहीं होते।
भारत में NH44 और Delhi-Mumbai Expressway जैसे हाईवे प्रोजेक्ट्स तेज़ी से बन रहे हैं, लेकिन जब तक आम जनता ट्रैफिक नियमों का पालन नहीं करेगी और प्रशासन सख्ती नहीं बरतेगा, तब तक हादसे कम होने की उम्मीद करना मुश्किल है।
अब सवाल आपसे – क्या आप अगली बार गाड़ी चलाते वक्त सतर्क रहेंगे?
Car accidents 2024 ranking बताती है कि चाहे देश विकसित हो या विकासशील, लापरवाही सभी जगह जानलेवा साबित हो सकती है। भारत का नाम भले इस लिस्ट में न हो, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और कहती है। अब जरूरत है कि हम सब सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लें। अगली बार जब आप स्टीयरिंग थामें, तो मोबाइल दूर रखें, सीट बेल्ट लगाएं और नियमों का पालन करें। आपकी सावधानी किसी की ज़िंदगी बचा सकती है।
हर रोज़ लाखों लोग घर से निकलते हैं, लेकिन कितने सुरक्षित लौटते हैं – यह अब सवाल बन चुका है। Car accidents 2024 ranking एक चेतावनी है, एक आईना है, जो हमें दिखा रहा है कि सड़क पर लापरवाही की कीमत कितनी भारी होती है। अब समय है कि रफ्तार से नहीं, समझदारी से गाड़ी चलाएं।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। लेखक या प्रकाशक गलत जानकारी या नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।