Goa Taxi Rules 2025 : गोवा घूमने का प्लान बना रहे हैं तो अब टेंशन लेने की ज़रूरत नहीं। जहां पहले टैक्सी वालों की मनमानी जेब पर भारी पड़ती थी, वहीं अब सरकार ने ऐसे चालकों पर लगाम कसने के लिए नया नियमों का डंडा चला दिया है। अब गोवा में टैक्सी और बाइक रेंटल की मनमानी खत्म होने वाली है।
Goa Taxi Rules 2025
गोवा में टैक्सी-बाइक सर्विस पर बड़ा फैसला
गोवा सरकार ने हाल ही में ‘Transport Aggregator Guidelines’ के नाम से नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं, जो खासतौर पर ऐप-बेस्ड टैक्सी और बाइक टैक्सी सेवाओं के लिए बनाए गए हैं। यह नियम 20 मई को घोषित किए गए और 20 जून तक आम जनता से सुझाव व आपत्तियाँ भी मांगी गई हैं। सरकार का कहना है कि इन नए Goa Taxi Rules से राज्य में पारदर्शिता और जवाबदेही का नया दौर शुरू होगा।
पर्यटकों की शिकायतों का अंबार पिछले कुछ समय से सरकार के पास पहुंच रहा था। किराया तय न होना, मीटर का इस्तेमाल न करना और टैक्सी चालकों का बुरा व्यवहार – ये सारी बातें गोवा के पर्यटन को बदनाम कर रही थीं। यही कारण रहा कि सरकार को सख्त कदम उठाने पड़े।
क्या कहते हैं नए Goa Taxi Rules 2025?
सरकार के इन नए Goa Taxi Rules 2025 के मुताबिक, किसी भी ऐप-बेस्ड टैक्सी या बाइक सर्विस को अब गोवा में काम करने के लिए कुछ जरूरी शर्तें पूरी करनी होंगी। ड्राइवर के पास वैध परमिट और गोवा स्टेट ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी या रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी द्वारा जारी प्राइवेट सर्विस व्हीकल बैज होना जरूरी होगा।
साथ ही, कंपनियों को गोवा में एक लोकल ऑफिस भी खोलना अनिवार्य होगा। यानी अब जो भी बड़ी ऐप कंपनियाँ Goa में टैक्सी या बाइक सर्विस देना चाहेंगी, उन्हें यहां पर स्थायी तौर पर अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी।
टैक्सी यूनियनों का गुस्सा सातवें आसमान पर
हालांकि सरकार इस फैसले को पर्यटकों के हित में बता रही है, लेकिन गोवा की टैक्सी यूनियनों को यह बिल्कुल रास नहीं आया है। North and South Goa Taxi Owners Association के अध्यक्ष सुनील नाईक ने सरकार पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि यह नियम बड़े कॉर्पोरेट्स को फायदा पहुंचाने के लिए बनाए गए हैं।
उनका कहना है कि स्थानीय टैक्सी ड्राइवर मेहनत करने वाले लोग हैं, जो किसी भी कंपनी के अधीन नहीं काम कर सकते। टैक्सी यूनियन को डर है कि नए Goa Taxi Rules से ऐप-बेस्ड बड़ी कंपनियाँ बाज़ार में कब्जा कर लेंगी और स्थानीय ड्राइवर बेरोजगार हो जाएंगे।
Rapido जैसी कंपनियों ने किया स्वागत
जहां एक तरफ टैक्सी यूनियन नाराज़ है, वहीं दूसरी तरफ ऐप बेस्ड बाइक और टैक्सी सर्विस कंपनी Rapido ने सरकार के इस फैसले की जमकर तारीफ की है। उनका कहना है कि इससे गोवा में ट्रांसपोर्ट सर्विस ज्यादा सुरक्षित, पारदर्शी और समावेशी हो पाएगी।
Rapido के प्रवक्ता ने इसे एक ऐसा कदम बताया जो भविष्य में गोवा की पर्यटन व्यवस्था को मजबूत बनाएगा। इस कंपनी का मानना है कि Goa Taxi Rules जैसे स्पष्ट दिशानिर्देशों से न केवल ग्राहक का भरोसा बढ़ेगा बल्कि सर्विस क्वालिटी भी सुधरेगी।
आम जनता के पास है मौका – 20 जून तक दें सुझाव
अगर आप भी गोवा जाते हैं या जाने की सोच रहे हैं, तो यह जान लेना जरूरी है कि इन Goa Taxi Rules पर अभी आखिरी मुहर नहीं लगी है। सरकार ने आम जनता से 20 जून तक इन नियमों पर सुझाव और आपत्तियाँ मांगी हैं।
सुझाव मिलने के बाद सरकार इन्हें अंतिम रूप देगी और फिर Goa में टैक्सी और बाइक रेंटल सेवा का नया चेहरा देखने को मिलेगा। ऐसे में यह कदम न केवल स्थानीय लोगों के लिए बल्कि हर उस पर्यटक के लिए राहत भरा हो सकता है जो गोवा में लूट का शिकार होता रहा है।
साफ बात ये है कि अब गोवा में “मीटर तोड़ो, मनमाना किराया लो” वाला ज़माना लदने वाला है। Goa Taxi Rules 2025 जैसे सख्त नियमों से सरकार ने ये दिखा दिया कि अब गाड़ियों का किराया भगवान भरोसे नहीं छोड़ा जाएगा। ऐप-बेस्ड सेवाओं से जहां एक तरफ सस्ते और सही किराये की उम्मीद जगी है, वहीं दूसरी तरफ टैक्सी यूनियन की चिंता भी वाजिब है।
लेकिन अगर दोनों के बीच संतुलन बनाकर सरकार इस नियम को लागू करती है, तो आने वाले दिनों में गोवा की सड़कें सिर्फ खूबसूरत ही नहीं, बल्कि नियम से भरी और भरोसेमंद भी होंगी। और भाई साहब, अब गोवा घूमने जाओ तो जेब ज़रा ज्यादा भरकर नहीं, बल्कि ऐप चालू कर आराम से टैक्सी पकड़ो – बिना लूट के, सीधा और साफ।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सूचना के लिए है। किसी भी निर्णय से पहले स्वयं शोध करें। लेखक या प्रकाशक गलत जानकारी या नुकसान के लिए ज़िम्मेदार नहीं हैं।