Maruti Suzuki Fronx : जब कोई इंडियन कार जापान जैसे देश में जाकर झंडा गाड़ दे, तो सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। Maruti Suzuki Fronx ने कुछ ऐसा ही किया है, जिसने जापान की सड़कों पर अपनी सेफ्टी का लोहा मनवाया है। इंडियन बनाई इस कॉम्पैक्ट SUV ने JNCAP (Japan New Car Assessment Programme) से 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग झटक ली है। अब भइया, जहां जापानी टेस्टिंग में पास होना ही बड़ी बात मानी जाती है, वहां इंडियन गाड़ी का 84% स्कोर लाना तो बात ही कुछ और है!
Maruti Suzuki Fronx का धमाकेदार प्रदर्शन
Maruti Suzuki Fronx को जापान NCAP क्रैश टेस्ट में कुल 193.8 में से 163.75 पॉइंट्स मिले, यानी कुल मिलाकर इसका परफॉर्मेंस रहा 84% का। यही नहीं, प्रिवेंटिव सेफ्टी यानी एक्सीडेंट से बचने वाली टेक्नोलॉजी के मामले में भी Fronx ने बाज़ी मारी है और झटके 92% मार्क्स। इस रिपोर्ट ने साबित कर दिया है कि Fronx ना सिर्फ क्रैश के वक्त यात्रियों की हिफाजत करती है, बल्कि हादसों को रोकने में भी माहिर है।
क्रैश सेफ्टी में दम, ड्राइवर और पैसेंजर्स दोनों महफूज़
JNCAP की रिपोर्ट के अनुसार, Fronx को क्रैश सेफ्टी सेक्शन में 76% स्कोर मिला है। इसका मतलब यह है कि Fronx को यदि सामने से टक्कर हो या साइड से, यह अपने यात्रियों को भरपूर सुरक्षा देती है। ड्राइवर की सीट पर साइड क्रैश के वक्त तो इसे फुल पॉइंट्स मिले हैं। इतना ही नहीं, pedestrian leg protection यानी पैदल चलने वालों के पैरों की सुरक्षा में भी इसने फुल नंबर कमाए हैं।
थोड़ी कमी, मगर बड़ी बात नहीं
भाई, परफेक्ट तो कोई भी नहीं होता। Fronx को हालांकि neck injury protection और passenger seatbelt reminder जैसे सेक्शन में 5 में से 4 अंक मिले हैं। pedestrian head protection में इसे 3/5 मिला, जो थोड़ा सा सुधार की मांग करता है। इसके अलावा, Autonomous Emergency Braking (AEB) – जो कि खासकर चौराहों पर जरूरी होता है – उसमें भी Fronx को 3 में से 3 पॉइंट्स ही मिले हैं। लेकिन यार, इतने बड़े लेवल पर जाकर इस तरह की परफॉर्मेंस देना अपने-आप में बड़ी बात है।
टेक्नोलॉजी के मैदान में भी अव्वल
Fronx ने सेफ्टी फीचर्स में भी अपनी पकड़ दिखाई है। Lane departure prevention के लिए इसे पूरे 5 में से 5 पॉइंट्स मिले हैं, जो दिखाता है कि ये गाड़ी अपने लेन में रहने का पूरा ख्याल रखती है। High-performance headlights के लिए इसे 4 पॉइंट्स और pedal misapplication prevention के लिए भी 4 पॉइंट्स मिले हैं। यानी अगर ड्राइवर गलती से ब्रेक की जगह एक्सेलेरेटर दबा दे, तो भी सिस्टम उसे रोकने की कोशिश करेगा।
भारत की मिट्टी में बनी, दुनिया में छा गई
Maruti Suzuki Fronx की ये सफलता सिर्फ एक कार की जीत नहीं, बल्कि ‘Made in India’ की ताकत का प्रमाण है। जहां दुनियाभर की गाड़ियां जापान जैसे सख्त क्रैश टेस्ट स्टैंडर्ड में नाप तोल में कम पड़ जाती हैं, वहीं भारतीय फैक्ट्री में बनी Fronx ने 4-स्टार लेवल का स्कोर हासिल कर लिया है। इससे Maruti Suzuki को इंटरनेशनल मार्केट में एक मजबूत पहचान मिलती है, साथ ही इंडियन ग्राहकों को भी भरोसा होता है कि वो सेफ्टी के मामले में कोई समझौता नहीं कर रहे।
सड़क पर चले भी और सर उठाकर चले!
अब ज़रा सोचिए, जब कोई बंदा Fronx लेकर अपने गांव की सड़क से निकले और कोई पूछे – “भाई ये गाड़ी कैसी है?” तो जवाब हो – “भइया, जापान वालों ने भी इसकी सेफ्टी मान ली है!” ऐसे में गाड़ी चलाना भी फक्र वाली बात हो जाती है। Fronx ने दिखा दिया है कि अब भारतीय गाड़ियां सिर्फ माइलेज या कीमत के लिए नहीं, बल्कि सेफ्टी और टेक्नोलॉजी के लिए भी जानी जाती हैं।
डिस्क्लेमर: यह लेख Maruti Suzuki Fronx की जापान NCAP द्वारा जारी आधिकारिक सेफ्टी रिपोर्ट पर आधारित है। इसमें दी गई सभी जानकारियां विश्वसनीय स्रोतों से ली गई हैं। यह लेख सिर्फ सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया वाहन खरीदने से पहले ब्रांड या डीलरशिप से पूरी जानकारी अवश्य प्राप्त करें।