सपना है बाइक चलाने का, लेकिन लाइसेंस नहीं बनवा पाए? या फिर RTO की लाइनें देखकर ही मन उखड़ जाता है? तो जरा रुको जनाब, अब वक्त आ गया है कि आप भी बन जाओ सड़कों के सुल्तान—बिना लाइसेंस, बिना रजिस्ट्रेशन और बिना चालान की चिंता के। सरकार ने कुछ ऐसे खास वाहनों को हरी झंडी दी है, जिन्हें चलाने के लिए आपको न किसी लाइसेंस की जरूरत है और न ही कोई रजिस्ट्रेशन की टेंशन। और सबसे मजेदार बात ये कि पुलिस भी आपको टोकने नहीं वाली। चलिए जानते हैं कौन-कौन सी गाड़ियाँ इस लिस्ट में शामिल हैं।
बिना कागज़ात की सवारी: अब ये मुमकिन है
भारत में ट्रैफिक के नियम बहुत सख्त हैं। आमतौर पर अगर कोई बिना ड्राइविंग लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन के गाड़ी चलाता है, तो उसे चालान भुगतना पड़ता है या फिर कानूनी झंझटों का सामना करना पड़ता है। लेकिन सरकार ने कुछ चुनिंदा इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर को इस नियम से छूट दे दी है। मतलब ये कि अब कुछ खास इलेक्ट्रिक गाड़ियां ऐसी हैं, जिन्हें आप बेधड़क और बेफिक्र होकर चला सकते हैं—बिना लाइसेंस और बिना रजिस्ट्रेशन के।
MoRTH की मंजूरी से मिली आज़ादी
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय यानी Ministry of Road Transport and Highways (MoRTH) ने यह नियम तय किया है कि जिन इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर की टॉप स्पीड 25 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित है और जिनकी मोटर पावर 250 वॉट या उससे कम है, उन्हें चलाने के लिए न ड्राइविंग लाइसेंस चाहिए और न ही वाहन का रजिस्ट्रेशन। ये वाहन खासतौर पर छोटे कस्बों, गांवों और स्कूल-कॉलेज जाने वाले स्टूडेंट्स के लिए बेस्ट ऑप्शन साबित हो रहे हैं।
पुलिस भी नहीं कर पाएगी चालान
अब बात करते हैं असली फायदा की। जब आप ऐसे वाहन को सड़क पर चलाते हैं, तो ट्रैफिक पुलिस भी आपको रोकने या चालान काटने का अधिकार नहीं रखती। हाँ, अगर चेकिंग के दौरान कोई पुलिसवाला आपको रोक लेता है, तो आप सिर्फ एक सिंपल सी जानकारी देकर पूरी तरह बच सकते हैं। बस उसे बता दीजिए कि आपका वाहन उन नियमों में आता है, जिन्हें MoRTH ने छूट दी है। ऐसे में आपको कोई पेनाल्टी नहीं लगेगी।
छोटे इंजन वाले वाहनों को भी मिली छूट
सिर्फ इलेक्ट्रिक ही नहीं, बल्कि कुछ छोटे इंजन वाले पेट्रोल टू-व्हीलर भी इस छूट के दायरे में आते हैं। अगर किसी बाइक का इंजन 50cc से कम है और उसकी टॉप स्पीड 50 किमी/घंटा से ज़्यादा नहीं है, तो ऐसे वाहनों को भी चलाने के लिए न तो लाइसेंस चाहिए और न ही रजिस्ट्रेशन। यानी अब छोटे शहरों के लोगों के लिए भी एक बड़ा तोहफा मिल गया है, जहाँ लोग रोज़मर्रा के कामों के लिए ऐसे ही साधनों का इस्तेमाल करते हैं।
बच्चों और बुजुर्गों के लिए वरदान
ऐसे लो-स्पीड वाहनों का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इन्हें कोई भी चला सकता है—चाहे वो स्कूल जाने वाला बच्चा हो, बुजुर्ग व्यक्ति हो या फिर कोई घरेलू महिला जिसे मार्केट जाना हो। न RTO के चक्कर, न पेपरवर्क का झंझट, और न ही ट्रैफिक पुलिस का डर। बस गाड़ी खरीदिए, चार्ज कीजिए और निकल पड़िए मस्त सवारी के लिए।
कम खर्च, ज़्यादा चलान से बचाव
ऐसे वाहनों की एक और खासियत यह है कि इनकी कीमत भी बाकी गाड़ियों की तुलना में काफी कम होती है। न पेट्रोल-डीज़ल का खर्च, न इंश्योरेंस की टेंशन और न ही मेंटेनेंस का बड़ा झोल। ऊपर से सड़कों पर बिना किसी रोक-टोक के चलने की पूरी छूट मिल जाती है। यानी ये गाड़ियाँ आपके जेब पर भी भारी नहीं पड़तीं।
तो अब क्यूँ रुकें? चलाओ बेधड़क!
अगर आप भी सोच रहे हैं कि गाड़ी तो चाहिए, लेकिन RTO की भीड़ से दूर रहना है, तो ये लो-स्पीड इलेक्ट्रिक वाहन आपके लिए ही बने हैं। ना ही लाइसेंस की लाइन में लगने का झंझट, और न ही हर बार कागज़ संभालकर चलने का टेंशन। ऐसे में अब गांव हो या शहर, हर कोई मस्त होकर सड़कों पर निकल सकता है—बिना किसी डर और बिना किसी चालान की परवाह के।
अब जब सरकार खुद कह रही है कि कुछ गाड़ियाँ चलाने के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं है, तो आप किस बात का इंतज़ार कर रहे हैं? अगली बार जब कोई कहे “लाइसेंस दिखाओ”, तो आप मुस्कुराकर कह देना – “हमारी गाड़ी VIP है, सरकार से छूट मिली है!” तो तैयार हो जाइए एक नई आज़ादी वाली सवारी के लिए, जहाँ न पुलिस रोकेगी और न ही नियमों का डर होगा।
डिस्क्लेमर: यह लेख केवल सामान्य जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया वाहन खरीदने या चलाने से पहले संबंधित डीलर या सरकारी नियमों की पुष्टि अवश्य कर लें। कानून में बदलाव समय-समय पर होते रहते हैं। Car News Today किसी प्रकार की कानूनी सलाह नहीं देता।