Tesla India अगर आप भी सोच रहे थे कि Tesla की गाड़ियाँ कब भारत की सड़कों पर नजर आएंगी, तो अब आपके इंतज़ार का वक्त कम होता दिख रहा है। Tesla India ने मुंबई के Kurla West इलाके में 25 करोड़ रुपये की डील करके एक नया Service Centre खोलने की तैयारी कर ली है। हालांकि कंपनी फिलहाल भारत में सिर्फ गाड़ियाँ बेचने का प्लान बना रही है, मैन्युफैक्चरिंग की बात अभी नहीं है।
Tesla India Service Centre: मुंबई में बड़ा सेटअप
Tesla India Motor and Energy Private Limited ने मुंबई के Lodha Logistics Park में 24,500 वर्ग फुट का स्पेस किराए पर लिया है। यह सर्विस सेंटर उनके आने वाले शो-रूम के नजदीक ही होगा जो Bandra Kurla Complex (BKC) में खुलने वाला है। यानी जो ग्राहक Tesla की लग्जरी इलेक्ट्रिक कारें खरीदने का सपना देख रहे थे, उनके लिए अब भारत में सर्विस और बिक्री दोनों की शुरुआत होने वाली है।
इस प्रॉपर्टी की डील Bellissimo in City FC Mumbai I Private कंपनी के साथ हुई है और पांच साल के लिए लीज साइन की गई है। हर महीने का किराया करीब ₹37.53 लाख तय किया गया है और पूरे लीज पीरियड में Tesla लगभग ₹25 करोड़ का भुगतान करेगी। इसमें ₹2.25 करोड़ का सिक्योरिटी डिपॉजिट भी शामिल है।
Tesla Electric Car India में लॉन्च के लिए तैयार, पर बिना फैक्ट्री
Tesla Electric Car India में भले ही शो-रूम और सर्विस सेंटर खोलने में दिलचस्पी दिखा रही है, लेकिन कंपनी ने साफ कर दिया है कि वो भारत में फिलहाल मैन्युफैक्चरिंग नहीं करना चाहती। इस बात की पुष्टि खुद Heavy Industries Minister H.D. Kumaraswamy ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में की। उनका कहना था कि Tesla फिलहाल सिर्फ गाड़ियाँ बेचने की योजना में है, उत्पादन की नहीं।
यह कदम Tesla की रणनीति का हिस्सा है जिसमें वह पहले भारत में अपने EV ब्रांड को स्थापित करना चाहती है और फिर आगे के रास्ते देखेगी। इससे यह भी साफ हो जाता है कि Tesla Electric Car India में एक ब्रांड के रूप में अपनी मौजूदगी दिखाना चाहती है लेकिन अभी तक Made in India Tesla की कोई संभावना नहीं दिख रही।
Tesla के साथ दौड़ में हैं Hyundai, Mercedes और Volkswagen
Tesla Electric Car India में भले ही सिर्फ सेल्स पर फोकस कर रही हो, लेकिन दूसरी कंपनियाँ मैन्युफैक्चरिंग के लिए भी पूरी तरह से तैयार हैं। Hyundai ने तो भारत को अपना ग्लोबल EV हब बनाने की घोषणा तक कर दी है। Mercedes-Benz और Volkswagen जैसी कंपनियाँ पहले से ही भारत में उत्पादन कर रही हैं और भारत सरकार की नई EV नीति पर पैनी नजर रखे हुए हैं।
भारत सरकार ने हाल ही में एक महत्वाकांक्षी योजना का ऐलान किया है जिसमें ग्लोबल कंपनियों को भारत में EV मैन्युफैक्चरिंग के लिए आमंत्रित किया गया है। यह नीति भारत को वैश्विक इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरिंग का केंद्र बनाने के मकसद से लाई गई है।
EV नीति से Tesla का रुख क्यों अलग?
Tesla Electric Car India में केवल बिक्री के रास्ते से घुसने का प्लान बना रही है, यह अपने आप में दिलचस्प है। सरकार जहां वैश्विक निवेशकों को मैन्युफैक्चरिंग के लिए बुला रही है, वहीं Tesla फिलहाल इस दिशा में कदम नहीं बढ़ा रही। इसकी वजह शायद कंपनी की सतर्क रणनीति हो, जिसमें पहले बाजार की टोह ली जा रही है और फिर बड़े फैसले लिए जाएंगे।
कुछ जानकारों का मानना है कि भारत में उच्च इंपोर्ट ड्यूटी और EV कम्पोनेंट्स की लागत Tesla के लिए चिंता का विषय हो सकती है। वहीं दूसरी ओर Tesla शायद देखना चाहती है कि भारत में EV की मांग और इकोसिस्टम कितनी तेजी से बढ़ रहा है।
मुंबई में सर्विस सेंटर खोलने का क्या मतलब है आम ग्राहकों के लिए?
Tesla Electric Car India में भले ही अभी सिर्फ बेचने की बात कर रही हो, लेकिन सर्विस सेंटर खोलने का सीधा मतलब है कि कंपनी लंबे समय के लिए सीरियस है। सर्विस इंफ्रास्ट्रक्चर के बिना महंगी गाड़ियाँ बेचना जोखिम भरा हो सकता था। ऐसे में सर्विस सेंटर की मौजूदगी ग्राहकों के भरोसे को बढ़ाएगी। साथ ही BKC में शो-रूम का सेटअप हाई-प्रोफाइल ग्राहकों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है।
अब जबकि Tesla Electric Car India की सड़कों पर उतरने को तैयार है, सर्विस सेंटर और शो-रूम जैसी तैयारियाँ साफ इशारा करती हैं कि कंपनी कोई हड़बड़ी नहीं कर रही। ये पूरी तरह से प्लान्ड मूव है। गाँव-देहात के लोगों को भले ही Tesla की कीमतें जेब से बाहर लगें, लेकिन शहरी और हाई-एंड कस्टमर के लिए ये सपना हकीकत बनने जा रहा है।
शायद आने वाले समय में जब भारत का EV इकोसिस्टम और मजबूत होगा, तब Tesla मैन्युफैक्चरिंग की दिशा में भी कदम उठाएगी। फिलहाल तो इतना तय है कि Tesla अब सिर्फ सपना नहीं, हकीकत बनने के रास्ते पर है – बस थोड़ा इंतज़ार और सही मौके की तलाश बाकी है।
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